5G क्या है - 5G नेटवर्क के फायदे और नुकसान | 5G की पूरा जानकारी

 नमस्कार, इस आर्टिकल में आपको 5G Technology का पूरा जानकारी दिया है, जैसे की 5G क्या है? (What is 5G Technology in Hindi), 5G Network कैसे काम करता है?, 5G नेटवर्क के फायदे और नुकसान, भारत में 5G पहले कहा आएगा और इससे इंटरनेट की स्पीड कितनी होगी इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में दिया गया है.

5g kya hai - 5g network kaise kam karta hai

5G को लेकर भारत में चर्चा बहुत जोरशोर से चल रही है और 5G Spectrum की नीलामी भी पूरी हो गई है. इसमें Vodafone Idea, Reliance Jio और Airtel जैसे बड़ी बड़ी टेलीकॉम कंपनियों ने 5G Spectrum की  अपनी अपनी हिस्सेदारी खरीद लिया है.

अगर भारत में 5G लॉन्च तिथि (5G Launch Date) की बात करे, तो एक अनुमानित साल 2022 के अंत तक सभी बड़ी टेलीकॉम कंपनियां 5G सर्विस को शुरू कर सकती है. इसमें बाद आप 4G इंटरनेट से 10 गुना ज्यादा यानि 20gbps तक की हाई स्पीड वाला 5G इंटरनेट का उपयोग कर सकते है.

लेकिन आपके मन में 5G Technology को लेकर सवाल होंगे, जैसे की 5G Technology क्या है, यह कैसे काम करता है, 5G Network के फायदे और नुकसान क्या-क्या है और भी बहुत कुस तो आइए जानते हैं

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5G क्या है ? (What is 5G Technology In Hindi)

5G का मतलब 5th Generation Network है. 5G Technology एक तरह का नेटवर्क ही होता है जो वायरलेस कनेक्टिविटी देता है. जिसमे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव यानि रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करके कनेक्टिविटी देता है. यह मोबाइल नेटवर्क में उपयोग की जाने वाली नयी टेक्नोलॉजी है और 1G, 2G, 3G, 4G नेटवर्क के मुकाबले 5G Network की स्पीड काफी फ़ास्ट होने वाली है और Network Latency भी कम होगा।

Network Latency का मतलब है की जब हम इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हैं तो हमारे डिवाइज और टारगेट Server के बीच लगने वाला समय को लेटेंसी कहते है. ऐसी उम्मीद की जा रही है की 5G नेटवर्क में लेटेंसी (Network Latency), यानी विलम्ब काफी कम होने वाला है.

अगर Network Latency  की बात करे तो 4G नेटवर्क में लेटेंसी 40 मिलीसेकेंड (40 ms) की है, जो की 5G नेटवर्क में यह लेटेंसी 1 मिलीसेकेंड (1ms) की होने का अनुमान लगाया जा रहा है. यानी आपने कुस सर्च किया तो 1 मिलीसेकेंड में जवाब आपके सामने आ जाएगा और इसी के साथ डेटा ट्रांसमिशन की Speed भी काफी तेज होने वाली है.

5G Network की Latency और Speed तेज  होने से IoT (Internet of Things), Artificial Intelligence (AI) और Robotics जैसी आदि Technology में बहुत वृद्धि होगी क्यों की इसमें नेटवर्क का Speed तेज होना सबसे जरूरी होता है. 5G में Data Transfer की Speed  20 Gbps होने का अनुमान है.

5G नेटवर्क स्पेक्ट्रम क्या है ? (5G Network Spectrum)

हाल ही में भारत में 5G Spectrum की नीलामी हो गई है, 5G (Fifth Generation Network) लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (LTE) से एक अपग्रेड Technology  है. 5G में आपको फ़ास्ट इंटरनेट के साथ कनेक्टिविटी अछि मिलेगी और लेटेंसी भी कम देखने को मिलेगी।

अगर 5G स्पेक्ट्रम की बात करे तो भारतीय दूरसंचार ने 5G के लिए तीन अलग अलग स्पेक्ट्रम बैंड्स को  Vodafone Idea, Reliance Jio, Airtel और MTNL को 5G के ट्रायल के लिए अनुमति दिया था, जिनसे वह भारत में अलग अलग जगह पर 5G का ट्रायल कर सकते है.

5G स्पेक्ट्रम में किन तीन बैंड्स का इस्तेमाल किया है तो हम आपको बता दे की 5G Technology में Low Frequency bands, Medium Frequency bands और High Frequency bands स्पेक्ट्रम का उपयोग किया है.

Low Frequency के 5G स्पेक्ट्रम में 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz के बैंड्स का इस्तेमाल किया गया है जो 4G के जैसी फ़्रीक्वेंसी रेंज में आता है.

Medium Frequency के 5G स्पेक्ट्रम में 3300 MHz बैंड्स और High Frequency में 26 GHz बैंड्स की फ्रीक्वेंसी आती आती है जो 5G सर्विस देने के लिए इस्तेमाल किया जायेगा, जिनकी नीलामी हाल में चल रही है.

5G नेटवर्क कैसे काम करता है? ( 5G Network Work in Hindi)

5G Network Work in Hindi

टेलिकॉम कंपनियां नेटवर्क को 4G से 5G में अपग्रेड करने के लिए डायनैमिक नेटवर्क शेयरिंग का उपयोग करती हैं. यह 5G Technology NSA 5G स्पेक्ट्रम के साथ ही हो सकती है क्योंकि इसमें एक साथ दो Radio frequencies का उपयोग कर सकते  है. लेकिन यह अन्य तकनीक का भी इस्तेमाल करता है.

5G नेटवर्क चार तरह की टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है 1.  Non-standalone 5G (NSA-5G), 2. 3.standalone 5G (SA-5G), Sub-6 GHz और 4. mmWave और इन चार टेक्नोलॉजी के जरिए 5G सर्विस को यूजर्स को डिवाइस तक पहुंचाया जाता है.

👉 Non-standalone 5G 

शुरुआत में 5G सर्विस प्रोवाइडर किसी भी क्षेत्र में 5G नेटवर्क को उपलब्ध कराने के लिए इस बैंड के आधार पर यूजर्स को सर्विस देते है और इसे बेसिक 5G नेटवर्क बैंड कहा जाता है. टेलीकॉम कंपनियां किसी भी एरिया या क्षेत्र में नेटवर्क टेस्टिंग करने के लिए इस स्पेक्ट्रम का उपयोग करती हैं और इसमें 4G LTE के लिए उपलब्ध infrastructure का उपयोग करके 5G नेटवर्क को  तैनात किया है.

👉 Standalone 5G

Standalone 5G नेटवर्क बैंड अपने Cloud Native Network Core पर काम करता है और इस स्पेक्ट्रम को  दुनिया है कई देशो ने अपनाया है.

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👉 Sub-6 GHz 

इस Frequency को मिड बैंड 5G स्पेक्ट्रम कहा जाता है क्योकि इसमें 6 GHz से कम नेटवर्क की फ्रिक्वेंसी होती है और इसका उपयोग Low बैंड telecommunications के लिए किया जाता है. इस नेटवर्क स्पेक्ट्रम को भी कई देशो में उपयोग किया जाता है.

👉 mmWave

मिलीमीटर वेव(mmWave) टेक्नोलॉजी पर 5G नेटवर्क काम करता है जिसे Extremely High Frequency ( EHF)भी कहा जाता है. इसमें 24 GHz से ऊपर की फ्रीक्वेंसी पर ट्रांसमिशन किया जाता है, लेकिन mmWave पर ट्रांसमिशन करने की रेंज काफी काम हो जाती है लेकिन इनमे बैंडविथ ज्यादा मिलता है. 

mmWave में इंटरनेट डाटा की  स्पीड 1Gbps तक की देखने को मिल जाती है. mmWave के माध्यम से सर्विस देने के लिए छोटी जगह और कम दूरी पर सेलफोन टॉवर बनाने होंगे। ताकि सिगनल टूटे ना और Connectivity अचे से बना रहे.

1G, 2G, 3G, 4G और 5G नेटवर्क की विशेषताएं (Network Features)

network generation - Network Features in hindi

👉 1G नेटवर्क को 1980 में सुरु किया गया था, 1G (Fast generation network) एनालॉग रेडियो सिग्नल पर काम करता था और इसमें सिर्फ वॉयस कॉल कर सकते थे.

👉 2G (Second Generation) नेटवर्क 1990 के वर्ष में सुरु किया गया, 2G डिजिटल रेडियो सिग्नल का उपयोग करता है और 64 Kbps की bandwidth के साथ वॉयस और इंटरनेट दोनों का उपयोग कर सकते थे.

👉 3G (Third Generation) नेटवर्क 2000 के वर्ष में 1 Mbps से 2 Mbps की इंटरनेट स्पीड के साथ सुरु किया था, 3G डिजीटल वॉयस, वीडियो कॉल और मैसेजिंग संदेश सहित telephone signal broadcast करता है.

👉 4G (Fourth Generation)  नेटवर्क 2009 में MIMO और LTE टेक्नोलॉजी के साथ 100 Mbps से 1 Gbps की स्पीड के साथ सुरु किया था और यह 3D वर्चुअल रियलिटी और आर्टिफिशल इंटेलीजन AI को भी सक्षम करता है.

👉 5G (Fifth Generation) नेटवर्क में 20 Gbps की स्पीड से डेटा ट्रांसफर होगा। जिसमें की उपयोग कर्ता 3 घंटे की HD मूवी को 1 सेकंड से भी कम समय में Download कर सकेंगे।

4G और 5G में अंतर क्या है ? (4G Vs 5G )

4G और 5G के बिच का अंतर हम इंटरनेट स्पीड, विलंब और कवरेज के जरिए आप निचे देख सकते है.

👉 इंटरनेट स्पीड (Internet speed)

4G नेटवर्क में LTE टेक्नोलॉजी के साथ 1 Gbps की इंटरनेट स्पीड देखने को मिलते है, जबकि 5G नेटवर्क में इंटरनेट स्पीड 4G से बहुत ज्यादा है, 5G नेटवर्क की स्पीड 20 Gbps तक की हाई स्पीड देख सकेंगे।

👉 नेटवर्क विलंब (Network Latency)

4G नेटवर्क में लेटेंसी 40 ms (मिलीसेकंड) है जबकि 5G नेटवर्क यह लेटेंसी 1 ms तक की होने वाली है.

👉 कवरेज (Coverage)

भारत ने 4G को आये काफी समय हो गया है लेकिन अभी भी दूरदराज और ग्रामीण इलाको में 4G नेटवर्क खराब है, जबकि 4G अमेरिका के लगभग हर शहर में है और 5G अमेरिका के लगभग 100 शहरों में ही है, जबकि भारत इस साल के अंत में सुरु होने वाला है.

भारत में 5G कब Launch होगा ? (5G Network Launch Date in India in Hindi)

केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नाळकिया वर्ष 2022-2023 में टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर 5G मोबाइल सर्विस शुरू की जा सकती है। जिनसे साफ पता चलता है कि भारत में मार्च 2023 तक 5G नेटवर्क सुरु किया जा सकता है.

भारत में 5G नेटवर्क की टेस्टिंग अपने अंतिम चरण पर है, 5G टेस्टिंग के लिए 12 शहरों में साल 2022 की शुरुआत में 5G नेटवर्क को सुरु करने की घोषणा कर दी है. हालांकि, पूरे भारत में 5G सर्विस को पहुंचने में साल 2023 के मार्च तक का समय लग सकता है.

भारत में सबसे पहले फेज में गांधीनगर, गुरुग्राम, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू, अहमदाबाद, जामनगर, चंडीगढ़, चेन्नई, लखनऊ, मुंबई और पुणे इन 12 शहरों में 5G सर्विस की सरुअत होगी और इन शहर में रहने वाले लोग 5G का सबसे पहके अनुभव करने का मौका मिलेगा।

5G नेटवर्क का फायदा और नुकसान (5G Advantages and Disadvantages in Hindi)

5G Technology एक तरह का वायरलेस नेटवर्क है, जिसमे ना सिर्फ फ़ास्ट इंटरनेट स्पीड होगी बल्कि Broadband Connections को भी बेहतर किया जाएगा। लेकिन 5G Technology के फायदा(Advantages) और नुकसान(Disadvantages) भी होते है जिनको आप निचे देख सकते है.

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5G से क्या फायदा होगा ? (5G Advantages in Hindi)

  1. 5G नेटवर्क में आपको फ़ास्ट इंटरनेट स्पीड देखने को मिलेगी जो 4G से करीब 10 गुना फ़ास्ट इंटरनेट होगा।
  2. MM वेव तकनीक के साथ 5G में में 1MS की लेटेंसी हो सकती है जो नेटवर्क ट्रैफिक को कम करने और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करता है.
  3. YouTube और OTT पर High resolution video यानि Full HD में बिना बफरिंग के देख सकेंगे।
  4. मोबाइल और कंप्यूटर में दो जीबी की Movie या फाइल 10 से 20 सेकेंड में डाउनलोड हो जाएगी।
  5. Whatsapp और zoom जैसे प्लेटफॉर्म पर वीडियो कॉल बिना रुके कर सकेंगे।
  6. एजुकेशन, मेडिकल, इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग जैसे  दूसरे सभी सेक्टर के विकास में मदद कर सकती है.
  7. सेल्फ ड्राइवर कार और ड्राइवरलेस मेट्रो का संचालन करना आसान होगा।
  8. स्मार्टफोन इस्तेमाल ओर अनुभव को बेहतर बनाने के साथ आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और रोबोट का यूज करना भी आसान होगा।
  9. VR/वर्चुअल रियलिटी, सेल्फ ड्राइवर कार और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए आधार बन सकती है
  10. video gaming सेक्टर में 5G के आने से बदलाव होगा।.

5G से क्या क्या नुकसान है ? (5G Disadvantages in Hindi)

  1. 5G Technology के उपकरण काफी महगे होने वाले है, क्योंकी इसमें 3.5 Ghz से अधिक फ्रीक्वेंसी का उपयोग होगा जिस कारण ऑपरेटर्स को मौजूदा सिस्टम को हटा कर नया लगाना होगा।
  2. 5G सर्विस महंगी होने के कारन आम लोग इसे नहीं उपयोग कर पाएंगे और इसको आप 5G मोबाइल में ही चला सकते है.
  3. Mm वेव Technology के उपयोग से 5G सिगनल की रेंज बहुत कम होती है जिनसे सिगनल सम्बंधित परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है.
  4. 5G नेटवर्क का इस्तेमाल करने से मोबाइल की बैटरी जल्द ड्रेन हो सकती है. यदि आप मोबाइल का बेटरी Backup बढ़ाना चाहते है तो इस पर क्लिक करे.
  5. 5G नेटवर्क के बारे में WHO और IARC ने प्रकृति के खिलाफ काफी चिंताजनक बात बताई है, क्योकि 5G नेटवर्क रेडिएशन और वेब का जाल बनता है,  जिनका पक्षियों और अन्य जीवों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है.

सबसे सस्ता 5G फोन कौन सा है ( 5G supported Phones in Hindi )

भारत में amazon और Flipkart जैसी अन्य ऑनलाइन शॉपपिंग वेबसाइट पर सबसे सस्ते और अचे 5G compatible phones मौजूद है जिनको आप ऑनलाइन खरीद कर 5G सर्विस का उपयोग कर सकते है है. इनमे से कुस फ़ोन आपको निचे दिया है. जिनको आप ऑनलाइन या ऑफलाइन मार्केट से खरीद सकते है.

5G Mobile की List (Under 20000):

  • Samsung Galaxy M33 5G
  • Samsung Galaxy M13 5G
  • OnePlus Nord CE 2 Lite 5G
  • realme narzo 30 5G
  • Redmi Note 10T 5G
  • Redmi Note 11T 5G
  • Tecno POVA 5G
  • iQOO Z6 Pro 5G
  • OPPO A74 5G
  • Vivo Y72 5G

Conclusion:

अब आपको पता चल गया होगा की 5G क्या है ?(5G Technology In Hindi), 5G नेटवर्क कैसे काम करता है? और इनसे होने वाले फायदे और नुक्सान के बारे में आपको पूरा जानकारी मिल गया होगा। यदि 5G Technology से जुड़ा कोई सवाल हो तो हमें कमेंट करके बता सकते है. हम जरूर जवाब देने का प्रयास करेंगे।

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